शेयर बाजार क्या है?
शेयर बाजार एक ऐसा बाजार है। जहा शेयर को ख़रीदा और बेचा जाता है। अगर हम इंडिया के शेयर बाजार की बात करे तो इंडिया में तो शेयर (EXCHANGE) के द्वारा शेयर को ख़रीदा और बेचा जाता है। इंडिया में दो स्टॉक एक्सचेंज है। BSE और NSE अब आपके दिमाग के एक सवाल होगा की ये BSE और NSE ये दोनों एक्सचेंज है। जैसा की हमे नाम से ही पता लग रहा है एक्सचेंज यानि जहा पर शेयर को खरीदने और बेचने वाले के बीच एक प्लेटफार्म तैयार किया जाता जिससे शेयर को आसानी से ख़रीदा और बेचा जा सके। बिलकुल वैसे ही जैसे किसी ऑनलाइन वेबसाइट से सामान खरीदते है और लोग उसी वेबसाइट पर बेचते भी है। अब हमारे दिमाग में एक दूसरा सवाल ये है कि इन दोनो एक्सचेंज में क्या फर्क है। (निफ़्टी और सेंसेक्स) देखिये आप किसी भी स्टॉक एक्सचेंज से शेयर को खरीद सकते है कोई फर्क नहीं पड़ता है। सिर्फ इतना ही फर्क पड़ता है। जितना कि आप किसी सामान को AMAZON से ख़रीदे या फिर FLIPKART से। जैसा कि हम जानते है कि एक ही सामान का दो WEBSITE पर अलग अलग कीमत हो सकती है। उसी प्रकार शेयर की कीमत में निफ़्टी और सेंसेक्स के थोड़ा बहुत फर्क हो सकता है। ज्यादा नहीं और शेयर की कीमत दोनों ही मे बराबर एक्सचेंज बराबर बढ़ती है और कम होती है।
शेयर को कैसे खरीद सकते है?
देखिये शेयर को खरीदने से पहले आपको एक DEMAT अकाउंट खुलवाना होगा। अब सवाल ये उठता है की DEMAT ACCOUNT क्या होता है। जैसे की हम अपने पैसे को रखने के लिए सेविंग अकाउंट खुलवाते है। उसी प्रकार आपके DEMAT ACCOUNT में आपके ख़रीदे हुए शेयर जमा हो जाते है। और आप इन्हे कभी भी बेच सकते है।
DEMAT अकाउंट कैसे और कहाँ खुलेगा?
DEMAT अकाउंट आप किसी भी बैंक में जाकर खुलवा सकते है। लगभग सभी बैंक DEMAT अकाउंट खोलते है। DEMAT ACCOUNT खुलवाने के लिए आपको कुछ document की जरुरत होगी जैसे :-
ID proof ( adhar card)
Pan card
Passport size photo
One cancel cheaque
शेयर बाजार में किस-किस तरह के काम किये जाते है?
दोस्तों शेयर बाजार में तीन तरह की मार्किट है जिसमे लोग काम करते है।
Cash market
future market
option market
CASH MARKET :-
अगर आपको शेयर इन्वेस्टमेंट के लिए खरीदना है। तो आपको कैश मार्किट में खरीदना होगा। और साथ ही साथ लोग कैश मार्किट मै day-trading (intraday trading) भी लोग करते है। कैश मार्किट में कोई समय पाबन्दी नहीं होती। आप कितने भी समय तक शेयर को रख सकते और बाद में बेच सकते है। लेकिन intraday trading में आपको एक दिन में अपना ट्रेड क्लोज करना होता है।
FUTURE MARKET :-
जैसा की हमे नाम से ही पता चल रहा है। फ्यूचर यानि एक ऐसी मार्किट जिसके अंदर भविस्य में होने वाली शेयर की चाल का अंदाजा लगा के काम किया जाता है।
फ्यूचर मार्किट की हमे क्या जरुरत है?
इसके अंदर काफी अच्छा (leverage) मिल जाता है। यानि हमे पूरी कीमत देनी की जरुरत नहीं होती थोड़े पैसे देकर हम इसमें काम कर सकते है।
इसके अंदर हम index ट्रेडिंग भी कर सकते है। यानि हम nifty 50 और niftybank जैसे index में भी काम कर सकते है।
इसके अंदर हम short-selling यानि पहले बेच कर और बाद में खरीद कर भी काम कर सकते है।
फ्यूचर मार्किट में आपको एक चीज हमेशा ख्याल रखनी होगी इसके अंदर जो ट्रेडिंग होती है वो सिर्फ CONTRACT BASE होती है। और ये कॉन्ट्रैक्ट कुछ दिनों बाद EXPIRE हो जाता है। आपको अपना ट्रेड EXPIRE होने से पहले CLOSE करना होता है। अगर आप ऐसा नहीं करते है। तो ये CONTRACT अपने आप CLOSE हो जायेगा। आपको फायदा हो या नुकसान ।
OPTIONS MARKET :-
शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने का एक और तरीका है। जिसे हम ऑप्शन्स (OPTIONS) मार्किट कहते है। इसके अंदर भी आप किसी INDEX में TRADING कर सकते है। ऑपशन्स मार्किट में आपको सिर्फ एक अंदाज़ा लगाना होता है कि EXPIRY से पहले कोई शेयर या INDEX की कीमत बढ़ सकती है या घट सकती है। मान लेते है आपने बढ़ोतरी की तरफ कोई शेयर चुना है इसके लिए आपको बहुत छोटा सा AMOUNT देना होगा। और उसके बाद अगर आपका शेयर EXPIRY होने से पहले बढ़ जाता है तो जितना शेयर बढ़ेगा उतना आपको प्रॉफिट हो जायेगा और मान लेते है की शेयर घट गया तो आपने जो छोटा सा AMOUNT शुरुआत में दिया था आपको सिर्फ उतना ही नुकसान होगा। OPTIONS MARKET में आप बढ़ोतरी या फिर गिरने की दोनो ही संभावनाओं में काम कर सकते है। जिसे कॉल और पुट कहा जाता है।