दोस्तों (ROA) अगर हम हिंदी में अनुवाद करे तो इसका मतलब होता है (सम्पत्ति पर प्राप्ति) यानि किसी कंपनी की जो भी सम्पत्ति है वह इसका उपयोग करके कितना पैसा हर साल कमा रही है। हम एक साधारण उदहारण के माध्यम से और अच्छे से समझने की कोशिश करेंगे ।
नीचे आप ध्यान से देखिये हम दो व्यक्तियों के बारे में बता रहे है। एक का नाम राम और दूसरे का नाम श्याम है दोनों ही OLA CAB चलाते है। लेकिन राम के पास एक CAB और ये CAB राम की सम्पत्ति यानि (ASSET) है। और श्याम के पास 2 कैब है। जो श्याम की सम्पत्ति यानि (ASSET ) है।
इस टेबल को देखने के बाद हमे ये पता चलता है कि श्याम के मुकाबले राम अपनी सम्पत्ति (ASSET) का अच्छा उपयोग कर रहा है। क्योकि राम एक गाड़ी का उपयोग करके (1000) रूपए कमा रहा है और श्याम दो गाड़ियों का उपयोग करके सिर्फ (1400) रूपए कमा रहा है। अगर हम श्याम की एक गाड़ी की कमाई निकले तो (1400/2) = 700 रूपए आती है। यानि राम अपनी सम्पत्ति का ज्यादा अच्छे से इस्तेमाल कर रहा है। Return on assets (ROA) सिर्फ आपको यही बताने की कोशिश करता है कि कौन अपनी सम्पत्ति का ज्यादा अच्छे से इस्तेमाल कर रहा है।
Return on assets (ROA) निकलने का फार्मूला :-
यानि हम ये कह सकते है। जितना ज्यादा Return on assets (ROA) उतनी अच्छी कंपनी।
हमे Return on assets (ROA) की जरुरत क्यों है ?
दूसरी कंपनी के साथ तुलना करने के लिए ताकि हम एक अच्छी कंपनी का शेयर चुन सके ।
कंपनी के मैनेजमेंट की तुलना करने के लिए।
और हमेशा ख्याल रखे जब भी आप Return on assets (ROA) की तुलना दूसरी कंपनी से करते है। तो वह कंपनी उसी इंडस्ट्रीज की होनी चाहिए। और ख्याल रखे कि (ROA) एक छोटी सी टर्म है आपको शेयर खरीदने के लिए और भी चीजों को देखना होगा। उम्मीद है आपको Return on assets (ROA) पूरी तरह समझ में आया होगा !